नववर्ष अभिनन्दन हो
जीवन खुशियों का संगम हो
बहता पवन निर्मल गति से
त्रस्त हृदयों को शांत करे
कठोर, कटु, भय की वाणी के
शब्दों को कोमलकान्त करे
सूखे, तपते जीवन धरा पर
हरियाली का स्पंदन हो
जीवन ............
सूर्य किरण अंतर्मन के
तम का समूल नाश करे
अपरिचित मंजिल ना होगी
हृदयों में ये आभास भरे
सृष्टी पर पलती जगती में
सद्विचारों का हृदयंगम हो
जीवन ............
वृक्ष फले, फल फूल फले
यु जीवन गति करता जाये
सम विषम परिस्थितियों में
लेता जाएँ देता जाएँ
वात्सल्य, प्रेम, दया नदियों में
त्रिवेणी सा संगम हो
जीवन ............
बजती रहे समता की धुन
क्षमता के मिलकर गीत लिखे
ममता व्यापकता ले इतनी
जीवन संगीत सा मधुर लगे
आशा हर्ष विनोद प्रसन्नता
से इश्वर का वंदन हो
जीवन ............
जीवन खुशियों का संगम हो
बहता पवन निर्मल गति से
त्रस्त हृदयों को शांत करे
कठोर, कटु, भय की वाणी के
शब्दों को कोमलकान्त करे
सूखे, तपते जीवन धरा पर
हरियाली का स्पंदन हो
जीवन ............
सूर्य किरण अंतर्मन के
तम का समूल नाश करे
अपरिचित मंजिल ना होगी
हृदयों में ये आभास भरे
सृष्टी पर पलती जगती में
सद्विचारों का हृदयंगम हो
जीवन ............
वृक्ष फले, फल फूल फले
यु जीवन गति करता जाये
सम विषम परिस्थितियों में
लेता जाएँ देता जाएँ
वात्सल्य, प्रेम, दया नदियों में
त्रिवेणी सा संगम हो
जीवन ............
बजती रहे समता की धुन
क्षमता के मिलकर गीत लिखे
ममता व्यापकता ले इतनी
जीवन संगीत सा मधुर लगे
आशा हर्ष विनोद प्रसन्नता
से इश्वर का वंदन हो
जीवन ............
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